राष्ट्रपति पुलिस कलर अवार्ड : गृह मंत्री अमित शाह की नक्सलियों से अपील, ‘मुख्यधारा में शामिल होकर छत्तीसगढ़ के विकास में दीजिए योगदान’
Raipur : नक्सली मुख्य धारा में सम्मिलित हों. शस्त्र छोड़ विकास के रास्ते पर अग्रसर होइए. छत्तीसगढ़ के विकास में आप भी योगदान दीजिए. राज्य सरकार ने आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों के पुनर्वास के लिए बहुत अच्छा पैकेज तैयार किया है. इसका फायदा आप उठाइए. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राष्ट्रपति पुलिस कलर अवार्ड कार्यक्रम के दौरान नक्सलियों से यह अपील की.
24 वर्षों के शानदार ट्रैक रिकार्ड के लिए छत्तीसगढ़ पुलिस को राष्ट्रपति पुलिस कलर अवार्ड प्रदान किया गया है. इस अवसर पर रायपुर के पुलिस परेड ग्राउंड में आयोजित कार्यक्रम में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के अलावा मुख्यमंत्री विष्णु देव साय, प्रदेश के तमाम आला पुलिस अधिकारियों के साथ प्रशासनिक अधिकारी और जनप्रतिनिधि मौजूद रहे.
कार्यक्रम में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने राष्ट्रपति कलर्स अवार्ड के लिए छत्तीसगढ़ पुलिस को बधाई देते हुए कहा कि राष्ट्रपति कलर्स अवार्ड को किसी भी जवान को मिलना गर्व का विषय है. 25 साल की अल्प अवधि में यह अवॉर्ड जीतना बहुत बड़ा सम्मान का विषय है. आज राष्ट्रपति सम्मान से आपको लोगों सम्मान देने का मौका मिला है. सेंट्रल विभाग के संपर्क में मैं रहा हूं.
उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ पुलिस बल एक बहादुर पुलिस बल में से है. छत्तीसगढ़ निर्माण के 25 वर्ष में हमने प्रवेश किया है. आपकी कड़ी मेहनत, समर्पण और बहादुरी है. जनता के प्रति आपका लगाव है. बहादुरी के साथ, समर्पण के साथ आपका सम्मान हुआ है. ये हमेशा गर्व का विषय है. सरकार न भी कहे तो भी आपने एक साथ देश की सुरक्षा की है.
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने देश को एक करने का काम किया किया है. नरेंद्र मोदी ने एक करने का काम किया है. कश्मीर को हमेशा के लिए आजाद किया है. हमने अटल जी की मांग को पूरा किया है. छत्तीसगढ़ राज्य नया बना, जैसे ही चुनाव में छत्तीसगढ़ ने भाजपा सरकार का शासन रहा है. रमन सिंह के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ का विकास हुआ. इस राज्य ने नया आयाम रचा है.
राष्ट्रपति पुलिस कलर अवार्ड : गृह मंत्री अमित शाह की नक्सलियों से अपील, ‘मुख्यधारा में शामिल होकर छत्तीसगढ़ के विकास में दीजिए योगदान’
अमित शाह ने कहा कि छत्तीसगढ़ को 2026 के पहले नक्सलमुक्त करने के लिए हम सभी प्रतिबद्ध हैं. अब तक 1 हजार से अधिक नक्सली गिरफ्तार किए गए हैं. 800 से ज्यादा नक्सलियों ने समर्पण किया है. नक्सल ऑपरेशन में 300 से ज्यादा मारे गए हैं. नक्सलवाद पर नकेल कसी गई. सुरक्षा बलों को बढ़ावा मिला है. एक साल में सभी राज्यों में नक्सलवाद का सामना किया है.